# अरविन्द उपाध्याय
जौनपुर। वैश्विक महामारी घोषित 'कोविड-19',से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी जंग के तहत रविवार को जौनपुर भी 14 घंटे के 'जनता कर्फ्यू' में शामिल हुआ, हालांकि बाद में प्रशासन ने रात में 9 बजे समाप्त होने वाली अवधि को सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ा दिया. जनता कर्फ्यू को
अगले दो दिन के लिए बढ़ाए जाने के एहतियाती फैसले पर भी अधिकारियों द्वारा विचार किए जाने की सूचना है. इस बीच हजारों की संख्या में महानगरों से यहां अपने घर लौट आए लोगों की स्क्रीनिंग और उनका परीक्षण प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. पलायन रोकने के लिए सभी ट्रेनों का परिचालन 31 मार्च तक रोक देने के बाद अब लोगों का आना रुक जाने की उम्मीद है.

खबर है कि मुंबई से आने वाली गोदान एक्सप्रेस की एक संदिग्ध बोगी से शाहगंज उतरे 11 यात्रियों में से शाहगंज क्षेत्र के 9 यात्रियों को डीएम के आदेश पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सेल्फ आइसोलेशन में रखा गया है. इन यात्रियों और उनके समर्थक में आए लोगों के सैम्पल जांच के लिए बीएचयू भेज दिए गए हैं. मिली सूचना के मुताबिक इस बोगी के चार यात्रियों को जबलपुर में पॉजिटिव पाये जाने के कारण ऐसा किया गया. शाहगंज उतरे अंबेडकर नगर के तीन यात्रियों को वहां का प्रशासन देख रहा है.
जनता कर्फ्यू के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं. सड़कों पर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, मीडिया और सफाई कर्मियों के अतिरिक्त गिने-चुने लोग ही नजर आए. दिन भर सन्नाटे के बाद शाम को कोरोना रक्षकों के सम्मान में ताली, थाली और शंख बजाकर आभार व्यक्त करने के बाद गलियों-मुहल्लों में कुछ लोगों ने घरों से निकल कर चहलकदमी भी की.
जनता कर्फ्यू के दौरान जौनपुर में जिला मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर अस्पताल के सामने, कोतवाली चौराहे के पास,ओलंदगंज और सिविल लाइंस में दवा की चार दुकानें छोड़कर शहर में दवा की भी सभी दुकानें बंद रहीं. सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारी और सभी एंबुलेंस मुस्तैद खड़ी रही. सड़क पर बेवजह घूम रहे लोगों को पुलिसकर्मियों ने तुरंत घर जाने की सलाह दी.
जौनपुर में रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का सामान्य आवागमन बंद रहा. रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्मों पर सफाई कर्मचारी सैनिटाइज करने के लिए मुस्तैद खड़े दिखाई दिए. ट्रेनों का आवागमन बंद होने के बीच जौनपुर में लंबी दूरी की ट्रेनों से हजारों यात्री घर लौटते दिखाई दिए. दिल्ली, मुंबई, जोधपुर, अहमदाबाद आदि महानगरों से भारी संख्या में छात्र, नौजवान और दिहाड़ी मजदूर अपने घर लौटे हैं. रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाली ट्रेनों को जौनपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर रोककर प्रशासन ने सभी यात्रियों की लाइन से स्क्रीनिंग करवा कर ही बाहर निकलने की इजाजत दी. स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बाहर से आने वाले यात्रियों के नाम पते भी नोट किए गए हैं.
उधर मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि वाराणसी में फूलपुर क्षेत्र के एक युवक में शनिवार को नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह पूर्वांचल में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला है। उक्त युवक दुबई से चार दिन पहले वाया दिल्ली ट्रेन से घर लौटा था। बीते गुरुवार को सर्दी-जुकाम की शिकायत पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीएचयू के वायरोलॉजी लैब की जांच में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने फूलपुर क्षेत्र के उक्त युवक के परिजनों को घर में आइसोलेट कराने के साथ उसके पूरे गांव में लाॅकडाउन करा दिया है. वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 30 वर्षीय युवक सऊदी अरब में दुबई और अबुधाबी के बीच संचालित एक क्रूज में रसोइया है.शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मच गया.
बीएचयू के सुपर स्पेशियलिटी के आइसोलेशन वार्ड में शनिवार को नौ साल की एक बच्ची व महिला समेत कुल चार नए कोरोना संदिग्धों को भर्ती किया गया है. इनमें तीन वाराणसी के रहने वाले है,जबकि एक बेगूसराय बिहार का रहने वाला है. इनके सैम्पल की जांच हो रही है. गौरतलब है कि कि शुक्रवार को बीएचयू के कोरोना वार्ड में में एक भी संदिग्ध भर्ती नहीं था.बीते दो सप्ताह में बीएचयू में भर्ती सभी कोरोना संदिग्धों की जांच रिपोर्ट निगेटिव रही. नए मरीजों को मिलाकरअब तक बीएचयू पहुंचे संदिग्धों की संख्या 29 हो गई है. सर सुन्दरलाल अस्पताल के एमएस प्रो. एसके माथुर ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला है. अस्पताल से छुट्टी देने के बाद इन संदिग्धों को कोरेंटाइन का निर्देश दिया जाता है. इन मरीजों की निगरानी उनके जिले के सीएमओ और डीएम कर रहे हैं.
जौनपुर। वैश्विक महामारी घोषित 'कोविड-19',से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी जंग के तहत रविवार को जौनपुर भी 14 घंटे के 'जनता कर्फ्यू' में शामिल हुआ, हालांकि बाद में प्रशासन ने रात में 9 बजे समाप्त होने वाली अवधि को सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ा दिया. जनता कर्फ्यू को
अगले दो दिन के लिए बढ़ाए जाने के एहतियाती फैसले पर भी अधिकारियों द्वारा विचार किए जाने की सूचना है. इस बीच हजारों की संख्या में महानगरों से यहां अपने घर लौट आए लोगों की स्क्रीनिंग और उनका परीक्षण प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. पलायन रोकने के लिए सभी ट्रेनों का परिचालन 31 मार्च तक रोक देने के बाद अब लोगों का आना रुक जाने की उम्मीद है.
खबर है कि मुंबई से आने वाली गोदान एक्सप्रेस की एक संदिग्ध बोगी से शाहगंज उतरे 11 यात्रियों में से शाहगंज क्षेत्र के 9 यात्रियों को डीएम के आदेश पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सेल्फ आइसोलेशन में रखा गया है. इन यात्रियों और उनके समर्थक में आए लोगों के सैम्पल जांच के लिए बीएचयू भेज दिए गए हैं. मिली सूचना के मुताबिक इस बोगी के चार यात्रियों को जबलपुर में पॉजिटिव पाये जाने के कारण ऐसा किया गया. शाहगंज उतरे अंबेडकर नगर के तीन यात्रियों को वहां का प्रशासन देख रहा है.
जनता कर्फ्यू के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं. सड़कों पर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, मीडिया और सफाई कर्मियों के अतिरिक्त गिने-चुने लोग ही नजर आए. दिन भर सन्नाटे के बाद शाम को कोरोना रक्षकों के सम्मान में ताली, थाली और शंख बजाकर आभार व्यक्त करने के बाद गलियों-मुहल्लों में कुछ लोगों ने घरों से निकल कर चहलकदमी भी की.
जनता कर्फ्यू के दौरान जौनपुर में जिला मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर अस्पताल के सामने, कोतवाली चौराहे के पास,ओलंदगंज और सिविल लाइंस में दवा की चार दुकानें छोड़कर शहर में दवा की भी सभी दुकानें बंद रहीं. सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारी और सभी एंबुलेंस मुस्तैद खड़ी रही. सड़क पर बेवजह घूम रहे लोगों को पुलिसकर्मियों ने तुरंत घर जाने की सलाह दी.
जौनपुर में रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का सामान्य आवागमन बंद रहा. रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्मों पर सफाई कर्मचारी सैनिटाइज करने के लिए मुस्तैद खड़े दिखाई दिए. ट्रेनों का आवागमन बंद होने के बीच जौनपुर में लंबी दूरी की ट्रेनों से हजारों यात्री घर लौटते दिखाई दिए. दिल्ली, मुंबई, जोधपुर, अहमदाबाद आदि महानगरों से भारी संख्या में छात्र, नौजवान और दिहाड़ी मजदूर अपने घर लौटे हैं. रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाली ट्रेनों को जौनपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर रोककर प्रशासन ने सभी यात्रियों की लाइन से स्क्रीनिंग करवा कर ही बाहर निकलने की इजाजत दी. स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बाहर से आने वाले यात्रियों के नाम पते भी नोट किए गए हैं.
उधर मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि वाराणसी में फूलपुर क्षेत्र के एक युवक में शनिवार को नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह पूर्वांचल में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला है। उक्त युवक दुबई से चार दिन पहले वाया दिल्ली ट्रेन से घर लौटा था। बीते गुरुवार को सर्दी-जुकाम की शिकायत पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीएचयू के वायरोलॉजी लैब की जांच में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने फूलपुर क्षेत्र के उक्त युवक के परिजनों को घर में आइसोलेट कराने के साथ उसके पूरे गांव में लाॅकडाउन करा दिया है. वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 30 वर्षीय युवक सऊदी अरब में दुबई और अबुधाबी के बीच संचालित एक क्रूज में रसोइया है.शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मच गया.
बीएचयू के सुपर स्पेशियलिटी के आइसोलेशन वार्ड में शनिवार को नौ साल की एक बच्ची व महिला समेत कुल चार नए कोरोना संदिग्धों को भर्ती किया गया है. इनमें तीन वाराणसी के रहने वाले है,जबकि एक बेगूसराय बिहार का रहने वाला है. इनके सैम्पल की जांच हो रही है. गौरतलब है कि कि शुक्रवार को बीएचयू के कोरोना वार्ड में में एक भी संदिग्ध भर्ती नहीं था.बीते दो सप्ताह में बीएचयू में भर्ती सभी कोरोना संदिग्धों की जांच रिपोर्ट निगेटिव रही. नए मरीजों को मिलाकरअब तक बीएचयू पहुंचे संदिग्धों की संख्या 29 हो गई है. सर सुन्दरलाल अस्पताल के एमएस प्रो. एसके माथुर ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला है. अस्पताल से छुट्टी देने के बाद इन संदिग्धों को कोरेंटाइन का निर्देश दिया जाता है. इन मरीजों की निगरानी उनके जिले के सीएमओ और डीएम कर रहे हैं.
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