शनिवार, जुलाई 30, 2016

श्रमजीवी ट्रेन विस्फोट कांड में बांग्लादेश के आतंकवादी रोनी को मिली मौत की सजा


जौनपुर में 11 वर्ष पूर्व 28 जुलाई 2005 को हुए श्रमजीवी  ट्रेन विस्फोट कांड में बांग्लादेश  के आतंकवादी संगठन 'हूजी' से संबद्ध एक अपराधी आलमगीर उर्फ़ रोनी को अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है।इस वारदात में कुल सात आतंकी शामिल बताए गये थे ।
  जौनपुर के जिला कारागार में ही निरुद्ध
दूसरे आरोपी ओबैदुर्रहमान की सजा  पर 2 अगस्त 2016 को अदालत अपना फैसला सुनायेगी।वारदात की सालों लम्बी सुनवाई के बाद 30 जुलाई 16 को अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम बुद्धिराम यादव की अदालत ने यह पहला फैसला सुनाया ।

  वाराणसी-लखनऊ रेल खंड पर जौनपुर के राजा हरपाल सिंह रेलवे स्टेशन  के पास स्थित हरिहरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर  राजगीर (बिहार) से नई दिल्ली जा रही 12391श्रमजीवी ट्रेन में विस्फोट हुआ था। इस कांड में 12 यात्रियों की मौत हो गयी थी,जबकि 60 यात्री घायल हो गए थे । इस घटना में जौनपुर के निवासी अमरनाथ चौबे की मौत हुई थी और घायलों में 5 यात्री जौनपुर के थे।
 इस मामले में राजकीय रेलवे पुलिस की तफ्तीश के दौरान कुल 7 आरोपियों का नाम प्रकाश में आया । इनमें शामिल हिलाल और नफीकुल विश्वास दूसरे मामले में आंध्र प्रदेश के चेरापल्ली जेल में बन्द हैं । विस्फोट कांड का मास्टर माइंड कंचन उर्फ़ शरीफ अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका।एक अभियुक्त याहिया की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो चुकी है । एक अन्य आरोपी डॉ. सईद के नाम की तसदीक नहीं हो सकी ।
  बांगलादेश के निवासी एवं ट्रेन में विस्फोट के आरोपी आतंकी आलमगीर उर्फ़ रोनी का फैसला सुनाए जाते समय सुरक्षा के मद्देनजर दीवानी न्यायालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। जिला कारागार से लेकर दीवानी न्यायालय तक चप्पे चप्पे पर सशस्त्र पुलिस और गुप्तचर तैनात रहे।

गुरुवार, जुलाई 14, 2016

जाम झेलते लोग भी बन रहे कारण

जौनपुर ।शहर में जाम की समस्या से कौन नहीं  परिचित है।हर कोई त्रस्त है।लेकिन कुछ लोग हालात से मुँह मोड़ कर स्वयं भी उसमें अधिक समस्या खड़ी करने लगते हैं ।पता नहीं क्यों पुलिस और प्रशासन के लोग भी देख कर अनदेखा कर देते हैं ।सड़क के किनारे अपना निर्माण करा रहे लोग बालू, गिट्टी,सीमेंट,मिक्सर

 आदि से आधी सड़क /गली का रास्ता रोक देते हैं ।न वे वैकल्पिक प्रबंध की जरूरत समझते हैं और न तो उन्हें कोई समझाने की जहमत उठाता है ।राजा फाटक- शास्त्री पुल बाईपास पर  आज ऐसा ही दृश्य दिखाई दिया ।यह तो मिसाल है ।ऐसे दृश्य शहर में कहीं भी, कभी भी दिखाई देते रहते हैं ।समस्या रोज की है और  समाधान आसान है ।फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है ।

बुधवार, जुलाई 06, 2016

मूसलाधार बारिश के बीच जौनपुर में निकली रथयात्रा

जौनपुर नगर के प्राचीन श्री जगन्नाथ जी मंदिर से आज शाम परम्परागत ढंग से रथयात्रा निकाली गयी।मूसलाधार वर्षा और जलप्लावन

 के बावजूद भारी संख्या में  श्रद्धालुओं ने रथयात्रा में भागीदारी की। आकर्षक शोभायात्रा
 में शामिल महिलाओं का उत्साह देखने लायक

 था।भव्य रथ पर भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान थे।रथयात्रा में श्री दुर्गापूजा महासमिति,व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से सम्बद्ध लोग भी शामिल रहे।रामकृष्ण मिशन के स्वयंसेवक पूरे रास्ते कीर्तन करते रहे।

रथयात्रा रासमंडल स्थित श्री जगन्नाथ जी मंदिर से आरम्भ होकर राजा फाटक,अटाला मस्जिद चौराहा,सुतहटी बाजार,कोतवाली चौराहा,चहारसू चौराहा,ओलन्दगंज,सद्भावना पुल और किला रोड होते हुए पुनः मंदिर पर पहुँच कर सम्पन्न हुई। रथयात्रा महोत्सव में अंतिम दिन रविवार को कढ़ी-भात के परम्परागत भोग और भण्डारा का आयोजन है।

सामाजिक सद्भाव बनाये रखने तथा शांति-व्यवस्था की दृष्टि से रथयात्रा पुलिस के सशस्त्र जवानों के घेरे में रही।