मंगलवार, जून 28, 2016

 बेगमगंज में एक अतिक्रमण नहीं हटवा
 पा रहा समूचा प्रशासनिक तंत्र

   जौनपुर। शहर के सुन्दरीकरण की कवायद में प्रशासन जहां एक तरफ लोगों के घरों और दुकानों को तोड़वा रहा है , वही  दबंगों द्वारा सार्वजनिक जमीनों पर कब्जे की कोशिशें भी जारी हैं। बेगमगंज मुहल्ले में मुख्य मार्ग से हौज जाने वाली सड़क के ठीक नुक्कड़ पर ऐसा ही एक कब्जा इसका उदाहरण है।
करीब एक वर्ष पूर्व बेगमगंज में प्रशासन ने तोड़ -फोड़ के बाद सड़क का चौड़ीकरण करवाया । हौज मार्ग के शुरूआती छोर पर उसी समय से नुक्कड़ की एक सार्वजनिक भूमि पर कब्जे की कोशिश जारी है । मुहल्ले के लोगों ने जिलाधिकारी से मौखिक और लिखित शिकायत की। प्रशासन ,नगर पालिका परिषद और पुलिस ने अतिक्रमणकर्ता को चेतावनी दी और कब्जा हटा लेने को कहा।
दिलचस्प बात यह है कि क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा बेगमगंज के इस अतिक्रमण की लगातार शिकायतें की जाती रही हैं लेकिन कब्जे की कोशिश परवान चढ़ती रही। पहले जगह घेरी  गयी, फिर चबूतरा बन गया और नागरिकों के विरोध एवं वहीं की निवासिनी वरिष्ठ अधिवक्ता मंजू शास्त्री द्वारा प्रशासन तथा नगर पालिका परिषद को समय -समय पर सूचित किये जाने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटा । सिर्फ निर्माण की गति धीमी हो गयी ।
क्षेत्रीय नागरिकों के मुताबिक अतिक्रमणकर्ता ने मुख्य मार्ग पर स्थित उस कब्जे की जमीन का किसी से सौदा भी कर रखा है। सौदे में निर्माण करा कर उसे दुकान के रूप में खरीदने वाले के हवाले करने की शर्त शामिल है। इसलिए थोड़े -थोड़े अन्तराल के बाद उसे दुकान की शक्ल देने की कोशिशें जारी हैं । नागरिकों के मुताबिक अतिक्रमण स्थल चौराहे पर बेगमगंज -हौज  मार्ग के नुक्कड़ पर स्थित

 है। अतिक्रमण के चलते ठीक वहीं पर हौज मार्ग की चौड़ाई कम हो गयी है तथा निर्माण के बाद वहा अंधा मोड़ होगा जो लाल दरवाजा मस्जिद की तरफ से आने वाले वाहनों एवं राहगीरों के लिए खतरे का कारण भी बन सकता है । अतिक्रमण के कारण हौज मार्ग से आने वाले वाहनों को भी दाहिने मुड़ते समय लाल दरवाजा मस्जिद की तरफ से आने वाले लोगों /वाहनों को दूर से देखने में असुविधा हेागी।
नागरिकों में इस बात को लेकर चिन्ता है कि लगातार प्रशासन और नगर पालिका परिषद का ध्यान आकर्षित किये जाने तथा दो बार प्रशासन के निर्देश पर पुलिस द्वारा चेतावनी दिये जाने के बावजूद  यह खेल कैसे जारी है । 
समझा जा रहा है कि अतिक्रमण करने वाले लोग मान कर चल रहे हैं कि सरकारी अधिकारियों के पास एक मामले को बार-बार देखने की फुर्सत ही कहां है ? मौका मिलते ही काम निपटा लेंगे।


बुधवार, जून 22, 2016

व्यापारी महापंचायत करेगा उद्योग व्यापार मंडल


"भयमुक्त स्वतंत्र व्यापार" की माँग को लेकर
 दिल्ली में जुटेंगे देश भर के व्यापारी  नेता

        भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने व्यापारी समस्याओं के समाधान के लिए महा पंचायत करने का फैसला लिया है । इसके लिए आगामी 9 अगस्त को देश की राजधानी में समूचे देश से प्रतिनिधि जुटेंगे  और सरकार पर दबाव बनायेंगे।
  तय किये गये कार्यक्रम के अनुसार नई दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में  भारतीय उद्योग व्यापार मंडल राष्ट्रीय सम्मेलन के नाम पर महा पंचायत जुटायेगा । इसमें देश के सभी हिस्सों से व्यापारी प्रतिनिधि हिस्सेदारी करेंगे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्याम बिहारी मिश्र की अगुवाई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हालिया बैठक में कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया है। उस दिन  (9 अगस्त) को 'व्यापारी दिवस' के रूप में मनाया जायेगा।
   राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा तय किये गये कार्यक्रम की सफलता के लिए मंगलवार की शाम जौनपुर उद्योग व्यापार मंडल की एक बैठक में विचार-विमर्श किया गया । संगठन के जिला अध्यक्ष दिनेश टंडन की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय पर सम्पन्न हुई इस बैठक में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रादेशिक मंत्री सूर्यप्रकाश जायसवाल बतौर अतिथि मौजूद रहे । बैठक में प्रस्तावित सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा हुई और तत्सम्बंधित निर्णय लिए गये।                   प्रादेशिक मंत्री सूर्य प्रकाश जायसवाल ने बताया है कि राष्ट्रीय स्तर के उक्त सम्मेलन में दस हजार से अधिक व्यापारी प्रतिनिधि भागीदारी करेंगे। इसमें गल्ला व्यापारियों के लिए स्टाक सीमा तय करने, जाँच के नाम पर व्यापारियों का उत्पीडऩ किये जाने ,सर्राफा व्यवसाय पर एक्साइज ड्यूटी और अविवेकपूर्ण नियम लादे जाने तथा सरकार द्वारा मानी गयी12 माँगों को पूरा करने जैसे मुद्दे उठेंगे। इस महा पंचायत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष उपस्थिति की संभावना है।     व्यापार मंडल की मंशा है कि देश भर के प्रतिनिधियों के बीच प्रधानमंत्री 'भय मुक्त स्वतंत्र व्यापार ' की परिकल्पना पर सहमति जतायें और इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
   गौरतलब है कि कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा व्यापार मंडल में सेंध लगाने से व्यापारी समूह टुकड़ों में बंट गया है।इससे व्यापारी आन्दोलन कमजोर हो गया ।आन्दोलन की धार कुंद होने से केन्द्र एवं राज्य सरकारें व्यापारी मुद्दों पर लापरवाह रवैया अपना रही हैं।   भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के वयोवृद्घ राष्ट्रीय नेता श्याम बिहारी मिश्र इस शून्यता और कमजोरी को समाप्त करना चाहते हैं और प्रस्तावित कार्यक्रम इसी कड़ी में है । श्री मिश्र की राजनीतिक प्रतिबद्धता भाजपा के साथ है लेकिन वे व्यापारी हितों के लिए अपनी पार्टी और अपनी पार्टी की सरकारों से भी संघर्ष करने के लिए जाने जाते हैं।