जौनपुर के डॉक्टर विवेक तेहरान में
प्रथम इंटरनेशनल एक्स्ट्रा कार्पोरियल लाइफ सपोर्ट कांग्रेस में विशिष्ट अतिथि के तौर पर भागीदारी
ईरान की राजधानी तेहरान में हो रही तीन दिवसीय प्रथम इंटरनेशनल एक्स्ट्रा कारपोरेशन लाइफ सपोर्ट कांग्रेस में शिरकत करने के लिए जौनपुर के मूल निवासी एवं वरिष्ठ क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक गुप्ता तेहरान गए हैं। वह इस कांग्रेस में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन में जीवन रक्षा प्रणाली "एक्मो " पर विशेष चर्चा होगी। "एक्मो " ऐसा उपकरण है जो अति विषम परिस्थितियों में जीवन रक्षा के लिएप्रयोग किया जाता है। इस प्रणाली द्वारा शरीर के रक्त में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जाता है। चिकित्सा के दौरान रक्त शरीर से निकलकर इस उपकरण में जाता है जहां आवश्यक ऑक्सीजन की पूर्ति कर उसे पुनः शरीर में लौटा दिया जाता है। हार्ट अटैक, ऑपरेशन या फिर एक्सीडेंट के बाद रक्त में ऑक्सीजन की कमी से जान पर खतरा बनता है, उस समय यह जीवन रक्षा प्रणाली बहुत कारगर सिद्ध होती है। एक्मो द्वारा शरीर के हृदय एवं फेफड़े दोनों या फिर किसी एक से भी रक्त निकालकर और उसे ऑक्सीजनाइज्ड कर पुनः शरीर में लौटाया जा सकता है। गत वर्ष डॉ. विवेक गुप्ता ने इस "एक्मो " का अभिनव प्रयोग करते हुए प्राणघातक सल्फास के विष को निष्क्रिय बनाते हुए इस जीवन रक्षा पद्धति की खोज किया था। यह खोज फास्फीन गैस से प्रभावित होने वाले जीवन की रक्षा के लिए वरदान सिद्ध हुई। प्राणघातक सल्फास में मूलतः फास्फीन ही होती है । ईरान में फास्फीन प्रभावित मरीजों की तादाद दुनिया में सबसे ज्यादा है। डॉक्टर गुप्त द्वारा खोजी गई इस प्रणाली का ईरान द्वारा व्यावसायिक स्तर पर प्रयोग किया जा रहा है। अपने तेहरान प्रवास के दौरान डॉक्टर गुप्त इसी "एक्मो" पर कई व्याख्यान देंगे । पूरी दुनिया से एकत्र हुए क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों के समक्ष इस मशीन के अतिरिक्त उपयोगों को लेकर भी चर्चा होगी। विशेष रुप से इसके ज्यादा प्रभावी प्रयोग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। संप्रति डॉक्टर विवेक गुप्ता हीरो डीएमसी हार्ट सेंटर लुधियाना में कार्यरत हैं और "जौनपुर समाचार" हिन्दी दैनिक के सम्पादक महेन्द्र के अनुज हैं।